Jaitmai-Ghatarani Raipur/जतमई - घटारानी मंदिर
छल छल करते मनोरम झरने और जतमई - घटारानी मंदिर जतमई और घटारानी दो अलग-अलग जगहें हैं . जतमई छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 70 किलो मीटर की दूरी पर राजिम मार्ग में है।जतमई पहाड़ी को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने से लोग इस मनमोहक प्राकृतिक स्थल को जान व देख रहे हैं . पटेवा के निकट स्थित जतमई पहाड़ी एक २०० मीटर क्षेत्र में फैला पहाड़ है, जिसकी उंचाई करीब ७० मीटर है। यहां शिखर पर विशालकाय पत्थर एक-दूसरे के ऊपर इस कदर टिके हैं, जैसे किसी ने उन्हें जमाया हो. जतमई में प्रमुख मंदिर के निकट ही सिद्ध बाबा का प्राचीन चिमटा है, जिसके बारे में किवंदती है कि यह १६०० वीं शताब्दी का है. बारिश के दिनों झरनों की रिमझिम फुहार इसे बेहतरीन पिकनिक की जगह बना देता है , यहाँ पर्यटक नहाने का बहुत आनंद उठाते हैं .ऊपर है जतमई माता का दरबार। यहां के नजारें आंखों को बहुत प्यारे लगते हैं। जतमई के रास्ते का प्राकृतिक सौंदर्य भी देखने लायक और रोमांचक है नवरात्रि के समय यहां दर्शनार्थियों की बहुत भीड़ लगने लगी है. घटारानी जतमई से २५ कि.मी. है.यहाँ पर भी बेहतरीन जल - प्रपात है .घटारानी मंदिर कि भी बहुत मान्यता है . घटारानी प्रपात तक पहुंचना आसान नहीं है , पर पर्यटकों के जाने के लिए पर्याप्त साधन हैं . प्रकृति प्रेमियों के लिए इन जगहों पर जाने का सबसे अच्छा समय अगस्त से दिसंबर तक है
How To Reach
कैसे पहुचे