नवगठित राज्य छत्तीसगढ़ मध्य भारत में स्थित है, यह भारत का सबसे स्वाभाविक रूप से समृद्ध राज्यों में से एक है।
यहा पर्यावरण विविधता में अदभूत और एक विस्तृत विविधताओ मे वन्यजीव आबादी का समर्थन करता है।
घने जंगल, घास के मैदानों, पहाड़ी इलाके और जल निकायों आश्रयों क्षेत्र की एक विस्तृत वन्यजीव प्रजातियों विशाल है।
छत्तीसगढ़ को देश के 44% वन क्षेत्र के रूप में घोषित किया गया है और वन्यजीव पर्यटन छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर है।
छत्तीसगढ़ में वन्यजीओ का पर्यटन मे एक बड़े हिस्से का गठन किया गया है। यदि आप एक पशु उत्साही है तो छत्तीसगढ़ आप के लिए एकदम सही गंतव्य है।
इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार इन राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों के पास कई अतिथि गृहों और लॉज के निर्माण के क्रम में राज्य में पर्यटन कारक जुटाने शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़ में वन्यजीव शिकार और शिकारी के, अलग अलग रंग के एक अध्ययन है।
यहा कम से कम 3 राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों के 11 रूप छत्तीसगढ़ में हैं।
यदि आप छत्तीसगढ़ के लिए एक टूर की योजना बना रहे हैं तो तीनो इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, और गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान पर आप का हमेशा स्वागत है। सबसे आमतौर पर यहाँ जानवरों चिंकारा, भारतीय चिकारे और चीतल या चित्तीदार हिरण हैं। अगर आप भाग्यशाली हैं तो आप दुर्लभ पहाड़ी मैना की एक झलक को यहा पकड़ सकते है।
छत्तीसगढ़ में वन्यजीव रोमांस और साहस की भावना बुद्धि मे संचार कर रहे हैं।