Menu
Chhattisgarh Darshan Logo

Chhattisgarh Darshan

All About Chhattisgarh...
Cgtotal.pald.in one of the network they provide all the information related chhattisgarh Download Hindi Unicode
User: Login
Bookmark and Share
‘जिंदल कांग्रेस नेता नहीं, विरोध करें’
रायपुर. कोयला घोटाले के चलते कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल का कांग्रेस में ही विरोध शुरू हो गया है। इसकी शुरुआत वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल ने की है। उन्होंने कहा कि जिंदल को कोल ब्लाक दिए जाने का जोरदार विरोध होना चाहिए। महत्वपूर्ण बात तो यह है कि श्री शुक्ल ने जिंदल को कांग्रेस नेता मानने से ही इनकार कर दिया।

कोयला घोटाले में कांग्रेस नेताओं का नाम आने के संदर्भ में श्री शुक्ल ने कहा कि जिंदल कोई कांग्रेस नेता थोड़े ही हैं। वे हरियाणा से चुनकर भले आ गए हैं पर उनको कांग्रेस नेता नहीं मानना चाहिए। वे उद्योगपति हैं और उनको छत्तीसगढ़ से कोई लेना-देना नहीं है। श्री शुक्ल ने उन बातों को नकार दिया कि पार्टी के सपोर्ट से जिंदल को कोल ब्लाक दिया गया है। उन्होंने कहा कि इनको पार्टी ने सपोर्ट नहीं किया है। श्री शुक्ल ने कहा कि छत्तीसगढ़ को सस्ती बिजली देने के लिए जिंदल को कोयला और अन्य संसाधनों का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी। लेकिन जिंदल ने उसका गलत फायदा उठाया और सबसे महंगी बिजली राज्य को बेची।

डॉ. रमन ने कहा- आयातित कोयला छत्तीसगढ़ के लिए नुकसानदायक

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण नई दिल्ली के उस प्रस्ताव का विरोध किया है जिसमें घरेलू और आयातित कोयले की दरों को आपस में समायोजित करने (पूल प्राइज मेकेनिज्म) की मंशा जाहिर की गई है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में केंद्रीय विद्युत मंत्री एम वीरप्पा मोइली को पत्र लिखकर कहा है कि पिटहेड पर बिजली घर लगाने वाले सक्षम राज्यों के लिए यह बेहद नुकसानदायक साबित होगा। भले ही यह तटीय राज्यों के लिए लाभदायक हो सकता है।

मुख्यमंत्री ने लिखा है कि नए प्रस्ताव के अनुसार तटीय राज्यों (समुद्र तट से 300 किलोमीटर तक) बिजली घरों को निर्धारित मात्रा का 20 प्रतिशत विदेशी कोयला मिलाकर अपनी आवश्यकता की पूर्ति करनी होगी। गैर तटीय और गैर पिटहेड पावर स्टेशन को 15 प्रतिशत आयातित कोयला मिलाना होगा। इसका विरोध करते हुए मुख्यमंत्री ने लिखा है कि कोयला धारित राज्यों के हितों पर इससे कुठाराघात होगा। उन्होंने मांग की है कि राज्य के उद्योगांे को राज्य की खदानों से ही शत प्रतिशत घरेलू कोयले का उपयोग करने दिया जाए।
11-09-2012
chhattisgarh Map