रायपुर। राज्य सरकार ने दिवाली पर सीनियर सिटीजन को एक तोहफा पेश किया है। अब सरकार सीनियर सिटीजन्स को सभी धर्मों के तीर्थस्थलों की यात्रा कराएगी। इनमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, जैन व क्रिश्चियन धर्म स्थल शामिल हैं। मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत 60 साल या अधिक उम्र के बुजुर्गों को ले जाया जाएगा। यात्रा का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में नए मंत्रालय में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की पहली बैठक में योजना को मंजूरी दे दी गई। योजना का लाभ बुजुर्गों को जनवरी के पहले हफ्ते से मिलेगा। इसके पूर्व उन्हें ग्रामीण स्तर पर ग्राम पंचायतों व शहरी स्तर पर नगरीय निकायों में आवेदन जमा करने होंगे।
शहरी स्तर से 75 व ग्रामीण स्तर से 25 फीसदी आवेदकों का चयन किया जाएगा। सरकार ने योजना के लिए 36 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। प्रत्येक तीर्थयात्री पर करीब 18 हजार रुपए खर्च होंगे। आवेदकों के लिए सबसे जरूरी शर्त होगी कि वे शारीरिक रूप से स्वस्थ हों। योजना में बीपीएल व एपीएल स्तर के सभी बुजुर्गों को शामिल किया जाएगा। वे एक या एक से अधिक स्थानों की सामूहिक यात्रा कर सकेंगे।
यहां जाएंगे सीनियर सिटीजन - उज्जैन, ओंकारेश्वर, श्री जगन्नाथपुरी भुवनेश्वर, हरिद्वार ऋषिकेश, मथुरा वृंदावन, प्रयाग काशी, शिरडी - शनि - सिगनापुर त्रयंबकेश्वर, वैष्णो देवी जम्मू, अमृतसर स्वर्ण मंदिर, तिरुपति-मदुरै-रामेश्वरम, अजमेर शरीफ फतेहपुर (चिश्ती की दरगाह), बाबा बैजनाथ धाम, दक्षिणेश्वर, कालीमंदिर-गंगासागर, द्वारिका - सोमनाथ - नागेश्वर, सम्मेद शिखर, श्रवण बेलगोला, वेलांगनी चर्च (केरल)- नागपट्टनम (तमिलनाडु)।
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