बिलासपुर-!-महाकवि रविंद्रनाथ टैगोर के विचारों व उनकी कृतियों के साथ भारतीय संस्कृति की झलक दिखाने वाली ‘संस्कृति एक्सप्रेस’ 8 और 9 नवंबर को बिलासपुर रेलवे स्टेशन में रहेगी। भारतीय रेलवे द्वारा महाकवि रविंद्रनाथ टैगोर की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए यह चलित प्रदर्शनी ट्रेन चलाई जा रही है। भारतीय रेलवे की संस्कृति एक्सप्रेस ट्रेन देशभर में दौरा कर आज की पीढ़ी को महाकवि के विचारों व उनकी कृतियों से अवगत करा रही है। इस ट्रेन को 9 मई 2010 को हावड़ा से रवाना किया गया था। अपने भ्रमण के दौरान यह ट्रेन पहली बार 10 से 12 दिसंबर, 2010 को बिलासपुर पहुंची थी। दूसरे दौर में यह ट्रेन बिलासपुर स्टेशन में 8 व 9 नवंबर को और दुर्ग स्टेशन में 10 से 12 नवंबर, तक रहेगी। चलित ट्रेन प्रदर्शनी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 में दोनों दिन सुबह से शाम तक आम जनता के लिए खुली रहेगी। प्रदर्शनी में प्रवेश नि:शुल्क है। कोचों की खूबियां : संस्कृति एक्सप्रेस में पांच कोच हैं। पहला कोच ‘जीवन स्मृति’ है, जिसमें चित्रों के माध्यम से महाकवि के जीवनी दर्शाई गई है। दूसरे कोच ‘गीतांजली’ में महाकवि के काव्य एवं गीत संजोए गए हैं। तीसरा कोच ‘मुक्तोधारा’ है, जिसमें महाकवि के उपन्यास, नाटक आदि को प्रदर्शित किया गया है। चौथा कोच ‘चित्र रेखा’ है। इसमें उनके द्वारा बनाई गई कलाकृतियों को शामिल किया गया है। पांचवें कोच ‘शेष कथा’ में महाकवि के आखरी दिनों को दर्शाया गया है। 10 ट्रेनों के प्लेटफार्म बदले संस्कृति एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 6 में ठहरेगी, इसलिए 8 व 9 नवंबर तक इस प्लेटफार्म से छूटने वाली 10 ट्रेनों को दूसरे प्लेटफार्म से रवाना किया जाएगा। इन ट्रेनों का प्लेटफार्म बदलेगा ट्रेन बदला प्लेटफार्म भोपाल-बिलासपुर पैसेंजर 8, बिलासपुर-कटनी मेमू 7, बिलासपुर शिवनाथ एक्सप्रेस 7, बिलासपुर-तिरुपति एक्सप्रेस 7, कानपुर-दुर्ग एक्सप्रेस 7, नई दिल्ली-बिलासपुर राजधनी एक्सप्रेस 7, बिलासपुर-रीवां पैसेंजर 7, बिलासपुर-भोपाल पैसेंजर 8, बिलासपुर-चिरमिरी पैसेंजर 7, कटनी-बिलासपुर पैसेंजर 7,
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